Monday, January 12, 2015

क्‍या हिन्‍दू होना अपराध है - जागो हिन्‍दू जागो

यह कैसी विडम्‍बना है कि स्‍वयं को बुद्धिजीवी कहलाने वाला वर्ग विशेषकर संचार मीडिया के कुछ तथाकथित पत्रकार स्‍वयं को देश का भला करने वाले अपने आप को सबसे बड़ा झंडाबरदार समझते हैं। अपने आपको तथाकथित धर्म निरपेक्षता का चोला पहनाकर ये सेकुलर मीडियामैन देश के 85 करोड़ हिन्‍दुओं को अपमानित करने का कोई भी मौका नही चूकते। देश का असहाय हिन्‍दू ये सब अपनी आंखों से देखता हुआ सहता रहता है। कश्‍मीरी पण्डितों के साथ कश्‍मीरी मुस्लिम आतंकियों ने क्‍या किया किसी से नही छिपा है मगर आज भी 4 लाख कश्‍मीरी पण्डित शरणार्थी की तरह जीवन बिताने पर अभिशप्‍त हैं। सारा देश जानता है कि कैसे मुस्लिम आतंकी दरिंदो ने कश्‍मीरी पण्डितों की बहू, बेटियों के साथ उनके सामने बलात्‍कार किया फिर उन बलात्‍कार पीडि़ताओं को काट-काट कर दरिया में फेंक दिया और केन्‍द्र की राजीव गांधी कांग्रेस सरकार ये सब देखती रही सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों के वोटों के लिये ताकि सत्‍ता की मलाई हमेंशा मिलती रहे। कल जो कश्‍मीर में हुआ आज पं0 बंगाल, केरल और असम में जारी है। देश का हिन्‍दू यदि सजग नही हुआ तो यही खूनी खेल पूरे देश में होगा।
ये खेल तब भी हुआ था जब मुगलों का शासन था। मुगल काल में इतनी क्रूर प्रताड़ना झेलने के बाद हिन्‍दू अपने आप को सावधान नही कर पाया ऐसा इसलिये कि हमारे समाज में गांधी और नेहरू जैसे गद्दार आज भी मौजूद हैं जो हमेंशा हिन्‍दुओं के हितों की बलि चढ़ाते हैं जब तक इस देश में गांधी और नेहरू जैसे देश को बांटने वाले धोखेबाज हैं तब तक इस देश के हिन्‍दुओं का भला कैसे हो सकता है। इतना ही नही इतनी मुस्लिम परस्‍ती कि हिन्‍दुओं को ही ये नेता आतंकवादी घोषित कर दिये।
जिस हिन्‍दू के पैर के नीचे एक चींटी आ जाने पर अत्‍यंत दु:खी हो जाता है जिसकी संस्‍कृति उसे विश्‍व कुटुम्‍ब की भावना, अतिथि देवो भव: व हर प्राणी पर दया करना सिखाती है। ऐसे हिन्‍दुओं को संकीर्ण विचारधारा के तथाकथित धर्म निरपेक्ष नेता आतंकवाद, सम्‍प्रदायवाद न जाने कितने घटियां आरोप लगाते रहते हैं वहीं ये नेता चंद वोटों के लिये जेहादी मुस्लिम आतंकियों को समर्थन व संरक्षण देते हैं। कश्‍मीर के आतंकियों के परिवार को ये पेंशन बांटते हैं। ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते हैं, देश का भूतपूर्व गृहमंत्री हाफिज सईद जैसे दुर्दांत आतंकवादी को हाफिज साहब कहकर पुकारता है। इंसानियत को भी लजा देने वाले पाखण्‍डी व झूठे नेताओं के चाल और चरित्र को समझकर पूर्णत: इनका बहिष्‍कार नही किया गया तो ये हिन्‍दुओं का विनाश करने के लिये किसी भी सीमा तक जा सकते हैं।


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