Monday, January 12, 2015

क्या कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है ?

भारत में मस्जिद एक भी टूटे तो हंगामा संसद और संसद से जनता के बीच आक्रोश पैदा कर देता है, लेकिन क्या मंदिरों का कोई महत्त्व नहीं है भारत के उन नेताओं की नजर में जो आये दिन मस्जिद मुसलमान चिल्लाते फिरते हैं ?
देश के हर राज्य में मुसलमान चाहते हैं कि वो अल्पसंख्यक हैं उनको सुरक्षा मिले तो क्या जिन राज्यों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो रहे हैं वहां की मुसलमान सरकार को हिन्दुओं के हित में नहीं सोचना चाहिए ?
क्यों मुसलमान अपने राज्य में बहुसंख्यक होने के बाद अपना रूप और सोच बदल लेते हैं??? जो फारुख अब्दुल्लाह मोदी के आने से भारत में मुसलमानों के हित के लिए इतना परेशान दिखता है, क्या उसके खुद के राज्य में होने वाले हिन्दुओं के ऊपर अत्याचार और हिन्दुओं के टूटते मंदिर उसको परेशान नहीं करते ?
अगर मुसलमानों की यही सोच सद्भावना और शांतिप्रिय होने का प्रतीक है, तो फिर क्यों हिन्दुओं से हमेशा अलग ही सद्भावना और सांप्रदायिक सौहार्द बनाने की उम्मीद की जाती है ?
कश्मीर में दो सौ से ज्यादा मंदिर क्षतिग्रस्त
Publish Date:Thursday,Oct 04,2012 07:06:49 PM
कश्मीर घाटी में 438 मंदिरों में से 208 मंदिर टूटे जाने की रिपोर्ट कश्मीर सरकार ने अक्टूबर 2012 में पेश तो की, अलबत्ता, मंदिरों को किन तत्वों ने नुकसान पहुंचाया है, इसका फिलहाल राज्य सरकार ने कोई खुलासा नहीं किया है |
विधानसभा में भाजपा के बागी गुट के प्रमुख प्रो. चमन लाल गुप्ता ने कश्मीर में कश्मीरी पंडितों की चल-अचल संपत्ति और मंदिरों के बारे में पूछा था। राज्य सरकार ने इसके जवाब में लिखित तौर पर सदन को बताया कि पूरी वादी में 438 मंदिरों में से 208 बीते दो दशकों में क्षतिग्रस्त हुए हैं। सबसे ज्यादा 72 मंदिर दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में ही नष्ट हुए हैं |
ये रिपोर्ट 2012 की है आज वहां का क्या हाल है, ये रिपोर्ट वहां की सरकार न तो भारतवासियों को बताती है और न ही उनकी किसी प्रकार की मदद के लिए आगे आती है, तो क्या उमर अब्दुल्लाह और फारुख अब्दुल्लाह जैसे लोगों को उनकी सत्ता पर रहने दिया जाना चाहिए ?

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