Monday, January 12, 2015

इस्लाम में जातिवाद के कुछ कड़वे सत्यआपके सामने:

1). जबसे इस्लाम मज़हब बना है तभी से“शीया और सुन्नी” मुस्लिम एक दूसरेकी जान के दुश्मन है, यह लोग आपस मेंलड़ते-मरते रहते है...!!
2). अहमदिया, सलफमानी, शेख,क़ाज़ी,मुहमदिया, पठानआदि मुस्लिमकी जातियाँ है, औरहंसी की बात, यह एक ही अलाहको माननेवाले, एक ही मस्जिद में नमाज़ नही पढते।सभी जातियो के लिए अलग अलग मस्जिदहोती है।
3). सउदी अरब, अरब अमीरात, ओमान,कतार आदि अन्य अरब राष्ट्र के मुस्लिमपाकिस्तान, भारत औरबांग्लादेशी मुस्लिमको झुठे मुसलमानमानते है और इनसे छुआछूत में भी मानते है।सउदी अरब मेँ ऑफिसो मे भारत और पाक केमुसलमान के लिए अलगपानी रखा रखता है।
4). शेख अपने आपको सबसे उपर मानते हैऔर वे किसी अन्य जाति में निकाहनही करते।
5). इंडोनेशिया में १०० वषॅ पूवॅ अनेकबौद्ध और हिन्दू परिवर्तित होकरमुस्लिम बने थे, इसी कारण सेसभी इस्लामिक राज्य, इंडोनेशियासेघृणा की भावना रखते है।
6). क़ाज़ी मुस्लिम, ''भारतीय मुस्लिम''को मुस्लिम ही नही मानते... क्यूंकी उनका मानना है की यह सब भी हिन्दु धमॅसेपरिवर्तित है।
7). अफ्रीका महाद्वीप केसभी इस्लामिक राज्य जैसे मोरोक्को,मिश्र, अल्जीरिया,लीबिया आदि राज्यके मुस्लिमको तुकॅ के मुस्लिम सबसे निम्नमानते है।
8). सोमालिया जैसे गरीब इस्लामिकराज्य में अपने बुजुगॅ को ''जीवित'' समुद्रमें बहानेकी प्रथा चल रही है।
9). भारतके ही बोहरा मुस्लिमकिसी भी मस्जिद में नही जाते, वो मात्रमज़ार पे जाते है उनका विश्वाससूफियों पे है अल्लाह पे नही।
अल्लाह एक, एक कुरान, एक .... नबी ! और महान एकता......... बतलाते है स्वयं मे ? जबकि, मुसलमान के बीच, शीया और सुनी सभी मुस्लिम देश में एक दूसरे को मार रहे है. और, अधिकाँश मुस्लिम देश में.... इन दो संप्रदाय के बीच हँमेशा धार्मिक दंगा होता रहता है

No comments:

Post a Comment